कार्तिक शुक्ल नवमी यानी अक्षय नवमी के दिन भगवान विष्णु के साथ आंवला के पेड़ की पूजा करने का विधान है

शास्त्रों के हवाले से डॉ. योगेंद पांडेय ने बताया कि अक्षय नवमी के दिन स्नान, पूजा, तर्पण, दान-पुण्य करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।

आज अक्षय नवमी व्रत को रखने के लिए सबसे पहले स्नान-ध्यान करने

के बाद इस व्रत को विधि-विधान से करने का संकल्प करें

इसके बाद आंंवले के पेड़ के पास जाकर वहां साफ-सफाई करने के बाद पवित्र जल अर्पित करें.

इसके बाद आंवले के पेड़ की पूजा हल्दी, कुमकुम, पुष्प आदि से करें

इसके बाद एक आंवले के वृक्ष को कच्चा दूध अर्पित करें.